भारत मे, बकरी पालन उन बेरोजगार युवाओं , छोटे किसानों सहित युवा लोगो को बहुत लाभ प्रदान करती है, जिनके पास अपना खुद का व्यवसाय शुरू करने के लिए बहुत कम पैसा है।
बकरी फार्म एक ऐसा व्यवसाय है जिसको एक व्यक्ति द्वारा सम्भाला जा सकता है। बकरी पालन में मांस के साथ साथ दूध उत्पादन का भी व्यवसाय भी करा जा सकता है। ओर साथ साथ खेत की खाद भी इनके गोबर से बनाया जा सकता है।
जो अन्य खादों की तुलना में बहुत उपज मानी जाती है।
बकरी पालन भारत वर्ष में सभी किशान करते है, परन्तु परम्परागत तरीक़े ना करने की वजह से वो ज्यादा आय नही प्राप्त कर पाते हैं।
बकरी पालन में छोटी चीजो की देख भाल की जरूरत है, जैसे टीकाकरण , साफ सफाई , बकरीयो के लिए स्वच्छ पानी की उचित व्यवस्था , भोजन खाने के लिए उचित व्यवस्था , ओर नश्ल का चयन।
जो अन्य खादों की तुलना में बहुत उपज मानी जाती है।
बकरी पालन भारत वर्ष में सभी किशान करते है, परन्तु परम्परागत तरीक़े ना करने की वजह से वो ज्यादा आय नही प्राप्त कर पाते हैं।
बकरी पालन में छोटी चीजो की देख भाल की जरूरत है, जैसे टीकाकरण , साफ सफाई , बकरीयो के लिए स्वच्छ पानी की उचित व्यवस्था , भोजन खाने के लिए उचित व्यवस्था , ओर नश्ल का चयन।
व्यवसाय के रूप मे रूप में बकरी पालन से लाभ।
1.बकरी अन्य पशु की तुलना मे कम जगह घेरती है, जिससे बहुत कम आवास प्रबन्धक की आवश्यकता होती है।
2.बकरी को अन्य पशुओं की तुलना में बहुत कम भोजन की आवश्यकता होती है। इसलिए भोजन का खर्च कम लगता है।
3. बकरी को किसी भी मौषम ऒर हालात में पाला जा सकता है,
4.बकरियों को मांस और दुध के लिए पाला जाता है, ओर साथ ही कुछ बकरी के बाल और त्वचा कई प्रकार के संगीत वाद्य यंत्र के निर्माण के लिए किया जाता है।
5. बकरी दो साल के तीन बार माँ बन सकती है। कम समय मे बकरी की संख्या बड़ा सकती है।
6. बकरी पालन कोई विशेष समुदाय का वयक्ति पाले ऐसा नही है, इसे सभी समुदाय के व्यक्ति पाल सकते है।
1.बकरी अन्य पशु की तुलना मे कम जगह घेरती है, जिससे बहुत कम आवास प्रबन्धक की आवश्यकता होती है।
2.बकरी को अन्य पशुओं की तुलना में बहुत कम भोजन की आवश्यकता होती है। इसलिए भोजन का खर्च कम लगता है।
3. बकरी को किसी भी मौषम ऒर हालात में पाला जा सकता है,
4.बकरियों को मांस और दुध के लिए पाला जाता है, ओर साथ ही कुछ बकरी के बाल और त्वचा कई प्रकार के संगीत वाद्य यंत्र के निर्माण के लिए किया जाता है।
5. बकरी दो साल के तीन बार माँ बन सकती है। कम समय मे बकरी की संख्या बड़ा सकती है।
6. बकरी पालन कोई विशेष समुदाय का वयक्ति पाले ऐसा नही है, इसे सभी समुदाय के व्यक्ति पाल सकते है।
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